tag:blogger.com,1999:blog-4236588435915650588.post4623134895228709697..comments2024-03-05T10:51:42.292-08:00Comments on ग़ज़लगंगा.dg: धीरे-धीरे कट रहा है हर नफ़स का तार क्योंdevendra gautamhttp://www.blogger.com/profile/09034065399383315729noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-4236588435915650588.post-69472006955357914142013-03-04T08:54:12.546-08:002013-03-04T08:54:12.546-08:00tazatareen muddo'n par gambheer katakshtazatareen muddo'n par gambheer katakshjitendra sinhahttps://www.blogger.com/profile/16487150687571326515noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4236588435915650588.post-26865889766967135202013-02-07T04:51:45.318-08:002013-02-07T04:51:45.318-08:00हम खरीदारों पे आखिर ये नवाजिश किसलिए
घर के दरवाज़े...हम खरीदारों पे आखिर ये नवाजिश किसलिए<br />घर के दरवाज़े तलक आने लगा बाज़ार क्यों.<br />वैश्विक बाजारवाद की धमक आज महानगरों से होती हुए खेत के मेड़ तक पहुच चुकी है, सत्य को शब्द देती सार्थक रचना ,बहुत बड़ी सच्चाई से पर्दा उठा दिया आपने ,हर तथ्य के सकारात्मक और नकारात्मक पक्ष होते है उनसे अवगत कराने के लिए साधुवाद, लोकेश सिंहhttps://www.blogger.com/profile/13255660062631243907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4236588435915650588.post-9571027895588634422013-02-06T02:58:18.382-08:002013-02-06T02:58:18.382-08:00दूध के अंदर किसी ने ज़ह्र तो डाला ही था
यक-ब-यक बच...दूध के अंदर किसी ने ज़ह्र तो डाला ही था<br />यक-ब-यक बच्चे भला पड़ने लगे बीमार क्यों.<br />गौतम जी ... हर शेर सामयिक ... सोचने को मजबूर करता है ... लाजवाब अदायगी है ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4236588435915650588.post-40273505934897649782013-01-27T21:06:34.717-08:002013-01-27T21:06:34.717-08:00कड़वी है हकीकत ...मगर मानना तो पड़ेगा ...सही अभिव्...कड़वी है हकीकत ...मगर मानना तो पड़ेगा ...सही अभिव्यक्ति शारदा अरोराhttps://www.blogger.com/profile/06240128734388267371noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4236588435915650588.post-16130616174897523952013-01-27T21:02:41.725-08:002013-01-27T21:02:41.725-08:00सटीक बात कहती बहुत खूबसूरत गज़लसटीक बात कहती बहुत खूबसूरत गज़लसंगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.com