tag:blogger.com,1999:blog-4236588435915650588.post6682863077251328107..comments2024-03-05T10:51:42.292-08:00Comments on ग़ज़लगंगा.dg: आंच शोले में नहीं.......devendra gautamhttp://www.blogger.com/profile/09034065399383315729noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-4236588435915650588.post-8113091794805526952011-02-22T21:08:02.560-08:002011-02-22T21:08:02.560-08:00आंच शोले में नहीं, लह्र भी पानी में नहीं.
बहुत ही...आंच शोले में नहीं, लह्र भी पानी में नहीं.<br /><br />बहुत ही खूबसूरत शब्द ...<br />बेहतरीन प्रस्तुति के लिये बधाई ..मेरे ब्लाग पर आपके प्रथम आगमन का स्वागत है ।सदाhttps://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4236588435915650588.post-65115676069805742372011-02-22T18:00:44.307-08:002011-02-22T18:00:44.307-08:00हौसला अफजाई के लिए आप सबों का शुक्रिया!हौसला अफजाई के लिए आप सबों का शुक्रिया!devendra gautamhttps://www.blogger.com/profile/09034065399383315729noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4236588435915650588.post-54583723608813289482011-02-22T09:23:25.053-08:002011-02-22T09:23:25.053-08:00खुश्क होने लगे चाहत के सजीले पौधे
और खुशबू भी किसी...खुश्क होने लगे चाहत के सजीले पौधे<br />और खुशबू भी किसी रात की रानी में नहीं.<br /><br />waah!Alpana Vermahttps://www.blogger.com/profile/08360043006024019346noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4236588435915650588.post-4304135085904388552011-02-22T08:34:21.659-08:002011-02-22T08:34:21.659-08:00आंच शोले में नहीं, लह्र भी पानी में नहीं.
बहुत ख़ू...आंच शोले में नहीं, लह्र भी पानी में नहीं.<br /><br />बहुत ख़ूब ....!!<br /><br />खुश्क होने लगे चाहत के सजीले पौधे<br />और खुशबू भी किसी रात की रानी में नहीं.<br /><br />क्या बात है ...<br />देवेन्द्र जी बहुत अच्छा लिखते हैं आप .....!!हरकीरत ' हीर'https://www.blogger.com/profile/09462263786489609976noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4236588435915650588.post-76809869223393615942011-02-22T06:55:18.432-08:002011-02-22T06:55:18.432-08:00बहुत अच्छी ग़ज़ल.
दिल को बहलाने क़ी हल्की सी एक क...बहुत अच्छी ग़ज़ल.<br /><br />दिल को बहलाने क़ी हल्की सी एक कोशिश है<br />और कुछ भी मेरी रंगीन-बयानी में नहीं.<br /><br />बहुत कुछ है आपकी रंगीन बयानी में.<br />ढेरों सलाम.विशालhttps://www.blogger.com/profile/06351646493594437643noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4236588435915650588.post-26339434605951596132011-02-22T05:20:31.773-08:002011-02-22T05:20:31.773-08:00खुश्क होने लगे चाहत के सजीले पौधे
और खुशबू भी किसी...खुश्क होने लगे चाहत के सजीले पौधे<br />और खुशबू भी किसी रात की रानी में नहीं.<br /><br />क़ाबिले-दाद शेर है. ग़ज़ल भी उम्दा..Kunwar Kusumeshhttps://www.blogger.com/profile/15923076883936293963noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4236588435915650588.post-37733846451002931202011-02-22T04:19:58.748-08:002011-02-22T04:19:58.748-08:00धुंद में खो गए माजी के कबीले गौतम
और तेरा अक्स भी ...धुंद में खो गए माजी के कबीले गौतम<br />और तेरा अक्स भी अब तेरी निशानी में नहीं<br /><br />बहुत ख़ूब !<br />ग़ज़ल के तक़ाज़ों को पूरा करती हुई ये ग़ज़ल<br />अपनी बात कह पान्ने में कामयाब हैइस्मत ज़ैदीhttps://www.blogger.com/profile/09223313612717175832noreply@blogger.com