मेरी बर्बादियों का गम न करना.
तुम अपनी आंख हरगिज़ नम न करना.
हमेशा एक हो फितरत तुम्हारी
कभी शोला कभी शबनम न करना.
कई तूफ़ान रस्ते में मिलेंगे
तुम अपने हौसले मद्धम न करना.
तुम अपनी आंख हरगिज़ नम न करना.
हमेशा एक हो फितरत तुम्हारी
कभी शोला कभी शबनम न करना.
कई तूफ़ान रस्ते में मिलेंगे
तुम अपने हौसले मद्धम न करना.