जाने किस-किस की आस होता है.
जिसका चेहरा उदास होता है.
उसकी उरियानगी पे मत जाओ
अपना-अपना लिबास होता है.
एक पत्ते के टूट जाने पर
पेड़ कितना उदास होता है.
अपनी तारीफ़ जो नहीं करता
कुछ न कुछ उसमें खास होता है.
खुश्क होठों के सामने अक्सर
एक खाली गिलास होता है.
हम खुलेआम कह नहीं सकते
बंद कमरे में रास होता है.
वो कभी सामने नहीं आता
हर घडी आसपास होता है.
----देवेंद्र गौतम
जिसका चेहरा उदास होता है.
उसकी उरियानगी पे मत जाओ
अपना-अपना लिबास होता है.
एक पत्ते के टूट जाने पर
पेड़ कितना उदास होता है.
अपनी तारीफ़ जो नहीं करता
कुछ न कुछ उसमें खास होता है.
खुश्क होठों के सामने अक्सर
एक खाली गिलास होता है.
हम खुलेआम कह नहीं सकते
बंद कमरे में रास होता है.
वो कभी सामने नहीं आता
हर घडी आसपास होता है.
----देवेंद्र गौतम
एक पत्ते के टूट जाने पर
जवाब देंहटाएंपेड़ कितना उदास होता है.
bahut khoob
बहुत खूब............
जवाब देंहटाएंवाह!!!!
वाह ...बहुत खूब लिखा है आपने ।
जवाब देंहटाएंखुश्क होठों के सामने अक्सर
जवाब देंहटाएंएक खाली गिलास होता है.
जबरदस्त और आखरी वाला शेर भी एकदम धमाल ... मज़ा आ गया देवेन्द्र जी ...
भाई छोटे जी! एक्सप्रेशन जी!, सदा जी!. दिगंबर नासवा जी .... हौसला-अफजाई के लिए शुक्रिया.
जवाब देंहटाएंअच्छी ग़ज़ल..
जवाब देंहटाएंवाह!! बहुत उम्दा!!
जवाब देंहटाएंबहुत बेहतरीन व प्रभावपूर्ण रचना....
जवाब देंहटाएंमेरे ब्लॉग पर आपका हार्दिक स्वागत है।
bahut sunder prastuti
जवाब देंहटाएंअपनी तारीफ़ जो नहीं करता
जवाब देंहटाएंकुछ न कुछ उसमें खास होता है.
......... वाह
बहुत अच्छी गज़ल...सुंदर प्रस्तुति...बहुत बहुत बधाई...
जवाब देंहटाएंएक बेहतरीन ग़ज़ल आपने पढवाई .-एक पत्ते के टूट जाने पर ,पेड़ कितना उदास होता है .
जवाब देंहटाएंकृपया यहाँ भी पधारें -
बृहस्पतिवार, 17 मई 2012
कैसे करता है हिफाज़त नवजात की माँ का दूध
कैसे करता है हिफाज़त नवजात की माँ का दूध
http://veerubhai1947.blogspot.in/
एक बेहतरीन ग़ज़ल आपने पढवाई .-एक पत्ते के टूट जाने पर ,पेड़ कितना उदास होता है .
जवाब देंहटाएंकृपया यहाँ भी पधारें -
बृहस्पतिवार, 17 मई 2012
कैसे करता है हिफाज़त नवजात की माँ का दूध
कैसे करता है हिफाज़त नवजात की माँ का दूध
http://veerubhai1947.blogspot.in/