एक कत्ता
(एक ऐसे बच्चे के नाम जिसे छः माह पहले उसकी मां एक नर्सिंग होम में जन्म देकर फरार हो गयी थी और जो बहुरूपिया ब्लॉग के संचालक पवन श्रीवास्तव के घर पर पल रहा है. पवन जी के भाई अशोक मानव ने उसे गोद लिया है.)
अपने पाओं पे खड़ा होने दो.
घर का बच्चा है, बड़ा होने दो.
प्यास दुनिया की ये बुझाएगा
कच्ची मिटटी है घड़ा होने दो.
------देवेंद्र गौतम
(एक ऐसे बच्चे के नाम जिसे छः माह पहले उसकी मां एक नर्सिंग होम में जन्म देकर फरार हो गयी थी और जो बहुरूपिया ब्लॉग के संचालक पवन श्रीवास्तव के घर पर पल रहा है. पवन जी के भाई अशोक मानव ने उसे गोद लिया है.)
अपने पाओं पे खड़ा होने दो.
घर का बच्चा है, बड़ा होने दो.
प्यास दुनिया की ये बुझाएगा
कच्ची मिटटी है घड़ा होने दो.
------देवेंद्र गौतम
बहुत सार्थक प्रस्तुति...
जवाब देंहटाएंवाह! बहुत खूब..
जवाब देंहटाएंसराहनीय पहल ..
जवाब देंहटाएंBahut sarahneey qadam!
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर पंक्तियाँ और बेहतरीन काम जिन्होंने इस बच्चे को गोद लिया है
जवाब देंहटाएंहृदयविदारक घटना, सार्थक रचना!
जवाब देंहटाएंसराहनीय व सार्थक प्रयास ...आभार ।
जवाब देंहटाएंदेवेंद्र जी
जवाब देंहटाएंअपने पाओं पे खड़ा होने दो.
घर का बच्चा है, बड़ा होने दो.
प्यास दुनिया की ये बुझाएगा
कच्ची मिटटी है घड़ा होने दो.
चार लाईनों में ही क्या कह दिया आपने वाह वाह
पवन बाबा को मैं जब से जानता हूँ वो हर बार कुछ न कुछ चमत्कार करते रहते हैं ....
जवाब देंहटाएंwww.kavisammelanhasya.com
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