पूरा करें तो कैसे करें दास्तान को.
हर पल बदल रहे हैं वो अपने बयान को.
इस घर की कहानी भी अजीबो-गरीब है
मेहमां बना के रख दिया है मेज़बान को.
बिजली सी भर गयी है परिंदों के परों में
मुमकिन नहीं है रोकना उनकी उड़ान को.
तपने लगी ज़मीं तो पिघलने लगा फलक
फिर बादलों ने घेर लिया आसमान को.
अब कौम और मज़हब की कोई जंग नहीं है
हमने बढ़ा दिया है जुनूं की दुकान को.
कैसे पता चलेगा कहां पर गिरी थी लाश?
उसने मिटा दिया है लहू के निशान को.
पीपल का पेड़ आज भी महफूज़ है मगर
कोई उड़ा के ले गया गौतम के ज्ञान को.
----देवेंद्र गौतम
हर पल बदल रहे हैं वो अपने बयान को.
इस घर की कहानी भी अजीबो-गरीब है
मेहमां बना के रख दिया है मेज़बान को.
बिजली सी भर गयी है परिंदों के परों में
मुमकिन नहीं है रोकना उनकी उड़ान को.
तपने लगी ज़मीं तो पिघलने लगा फलक
फिर बादलों ने घेर लिया आसमान को.
अब कौम और मज़हब की कोई जंग नहीं है
हमने बढ़ा दिया है जुनूं की दुकान को.
कैसे पता चलेगा कहां पर गिरी थी लाश?
उसने मिटा दिया है लहू के निशान को.
पीपल का पेड़ आज भी महफूज़ है मगर
कोई उड़ा के ले गया गौतम के ज्ञान को.
----देवेंद्र गौतम
वाह ॥बहुत खूबसूरत गजल
जवाब देंहटाएंवाह ... बेहतरीन प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंपूरा करें तो कैसे करें दास्तान को.
जवाब देंहटाएंहर पल बदल रहे हैं वो अपने बयान को.
Shayad yahee mere jeewan kee dastan hai...
सभी शेर बहुत बढ़िया बन पड़े हैं गौतम जी .....
जवाब देंहटाएंकोई बता सकेगा कहां पर गिरी थी लाश?
जवाब देंहटाएंउसने मिटा दिया है लहू के निशान को.
जबरस्त ... कमाल की गज़ल है गौतम जी ... सभी शेर जमाने का चलन बयान कर रहे हैं ... सुभा अल्ला ... मज़ा आ गया ..
हर इक शेर लाजवाब है लेकिन---
जवाब देंहटाएंपीपल का पेड़ आज भी महफूज़ है मगर
कोई उड़ा के ले गया गौतम के ज्ञान को.
ये शेर तो कमाल है बधाई आपकिओ।
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उम्दा प्रस्तुति के लिए आभार
प्रवरसेन की नगरी प्रवरपुर की कथा
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♥ पहली फ़ूहार और रुकी हुई जिंदगी" ♥
♥शुभकामनाएं♥
ब्लॉ.ललित शर्मा
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आपकी किसी नयी -पुरानी पोस्ट की हल चल बृहस्पतिवार 05 -07-2012 को यहाँ भी है
जवाब देंहटाएं.... आज की नयी पुरानी हलचल में .... अब राज़ छिपा कब तक रखे .
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जवाब देंहटाएं.... आज की नयी पुरानी हलचल में .... अब राज़ छिपा कब तक रखे .
पीपल का पेड़ आज भी महफूज़ है मगर
जवाब देंहटाएंकोई उड़ा के ले गया गौतम के ज्ञान को.
....बहुत खूब! बेहतरीन गज़ल...
bahut jaandaar likha hai..
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